गोकुल का ग्वाला बनकर वो गैया रोज़ चराता था, ईश्वर का अवतार था वो लेकिन गाय माता की सेवा करता था, ऐसा महान है यह त्यौहार जिसने बढ़ाया प्रकृति का मान |